वह पूछा करते हैं जो
कहाँ गए थे? कब आओगे?
कभी यह पूछ लेते
रातों रातों क्या ढूंढते फिरते हो?
यह पूछते हैं जो
क्या खाया? किसके साथ?
कभी यह पूछ लेते
किस चीज़ की भूख सताती है?
जब किसी ने पूछा
क्या तुम्हे इस बारे मैं पता है?
मुझे इंतज़ार था के पूछेंगे
क्या जान कर यूँ मंद मंद मुस्कुराती हो?
बस यह पूछा- यूँ चुप क्यों हो?
उस चुप्पी में कुछ देर मेरे साथ बिताते
तो बिना किसी सवाल के
मैं सारे जवाब बता देती